Monday, September 4, 2017

उत्तर कोरिया का हाइड्रोजन बम के टेस्ट का दावा- अब तक का सबसे ताकतवर

साभार: भास्कर समाचार 
उत्तर कोरिया ने रविवार को हाइड्रोजन बम के टेस्ट का दावा किया है। उसने कहा कि ज्यादा ताकतवर और उन्नत टेक्नोलॉजी वाले इस बम का टेस्ट सफल रहा है। यह लंबी दूरी की मिसाइल के लिए डिजाइन किया गया
है। अमेरिका, दक्षिण कोरिया की एजेंसियों ने कहा कि उत्तर कोरिया ने छठा परमाणु टेस्ट किया जो उसके अब तक के टेस्ट में सबसे ताकतवर है। उत्तर कोरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी केसीएनए के मुताबिक यह हाइड्रोजन बम बड़े पैमाने पर तबाही मचा सकता है। बम के सभी उपकरण देश में ही तैयार किए गए हैं और इसकी शक्ति सैकड़ों किलोटन है। दक्षिण कोरिया की एजेंसियों के मुताबिक छठा टेस्ट पांचवें टेस्ट के मुकाबले पांच से छह गुना ताकतवर था। इसकी क्षमता 50 से 60 किलो टन होने का अनुमान है। इस परीक्षण के कारण भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए जिनकी रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 6.3 आंकी गई। उत्तर कोरिया ने फोटो जारी किए हैं जिनमें बम टेस्ट से पहले शासक किम जोंग उन को न्यूक्लियर वेपंस इंस्टीट्यूट में बम के मिनिएचर का जायजा लेते दिखाया गया। 
कोरियाई क्षेत्र में तनाव: उत्तर कोरिया द्वारा जुलाई में दो बार अंतरमहाद्वीपीय (आईसीबीएम) बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किए जाने के बाद कोरिया प्रायद्वीप में तनाव बढ़ा हुआ है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उसपर प्रतिबंध कड़े करने का कदम भी उठाया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि उत्तर कोरिया की हरकतें अमेरिका के लिए खतरनाक और दुश्मनी वाली हैं। वे रक्षा सलाहकारों के साथ बैठक कर रहे हैं। और कड़े आर्थिक प्रतिबंधों की तैयारी शुरू कर दी है। जापान के पीएम शिंजो आबे ने कहा कि उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण बर्दाश्त नहीं किए जा सकते। ट्रम्प और आबे ने बातचीत भी की है। 
भारत-चीन ने की निंदा: भारत ने कहा है कि उत्तर कोरिया के टेस्ट क्षेत्र की शांति के लिए खतरा है। उत्तर कोरिया के करीबी देश चीन और रूस ने भी टेस्ट की निंदा की। चीन ने उससे उकसावे की हरकतें बंद करने को कहा है।