Thursday, June 18, 2015

35000 मिड डे मील कर्मियों को राहत: नहीं देंगे "इस्कॉन" को ठेका

सरकारी स्कूलों में दोपहर का भोजन तैयार करने का काम अब इस्कान को नहीं सौंपा जाएगा। प्रदेश सरकार पलवल, कुरुक्षेत्र, गुड़गांव और फरीदाबाद में पहले से आवंटित इस कार्य को इस्कान से वापस लेने पर भी विचार करेगी। शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने मिड-डे मील वर्कर्स यूनियन के प्रतिनिधिमंडल को यह भरोसा दिलाया है। वर्कर्स यूनियन की अध्यक्ष सरोज और सर्व कर्मचारी संघ के महासचिव सुभाष लांबा के नेतृत्व में
प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा मंत्री से उनके निवास पर मुलाकात की। राज्य में करीब 35 हजार मिड डे मील वर्कर हैं। उन्हें अंदेशा था कि राज्य सरकार दोपहर का भोजन पकाने का काम इस्कान को सौंपने जा रही है। इसके विरोध में 10 जून को मिड डे मिल वर्कर्स ने करनाल में प्रदर्शन भी किया था। मुख्यमंत्री के ओएसडी (आवास) अमरेंद्र सिंह ने तब आंदोलनकारियों की समस्या के समाधान का भरोसा दिलाया था। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के ओएसडी जवाहर यादव बुधवार को मिड डे मिल वर्कर्स को लेकर शिक्षा मंत्री से मिले। अमरेंद्र सिंह भी उनके साथ थे। यूनियन की अध्यक्ष सरोज ने उन्हें बताया कि जिन चार जिलों में इस्कान के पास भोजन बनाने का जिम्मा है, वहां काफी शिकायतें आ रही हैं।
साभार: जागरण समाचार
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