Wednesday, January 31, 2018

जवान तेज बहादुर की बर्खास्तगी का मामला: कोई रोटी मांगे तो क्या रोटी छीन लेंगे, यह तो ब्लंडर है - हाईकोर्ट

साभार: भास्कर समाचार
सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर बीएसएफ जवानों को खराब खाना परोसे जाने की शिकायत करने वाले महेंद्रगढ़ के जवान तेज बहादुर यादव ने नौकरी से बर्खास्त करने के फैसले को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में
चुनौती दी है। उनकी ओर से दायर याचिका पर मंगलवार को प्राथमिक सुनवाई करते हुए जस्टिस पीबी बजंथरी ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि यह ब्लंडर है। कोई रोटी मांगे तो क्या उसकी रोटी छीन लेंगे। हाईकोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय और बीएसएफ के डायरेक्टर जनरल (डीजी) को नोटिस जारी कर 28 मई तक जवाब मांगा है। गांव राता कलां निवासी तेज बहादुर ने याचिका में कहा है कि उसने खाने की शिकायत करते हुए एक वीडियो शेयर किया था। सीनियर अधिकारियों पर भोजन की राशि के नाम पर घपला करने का आरोप लगाया। वीडियो को लेकर काफी विवाद हुआ। पीएमओ ने गृह मंत्रालय और बीएसएफ से रिपोर्ट मांगी। यादव 2032 में रिटायर होने वाले थे, लेकिन विवाद के बाद वीआरएस की अर्जी दे दी। अर्जी स्वीकार कर ली गई थी और उन्हें 31 जनवरी 2017 को रिटायर करने का फैसला लिया गया।