Sunday, January 21, 2018

गायिका ममता शर्मा के साथियों ने कबूला हत्या का आरोप: प्रोग्राम में पैसे कम देती थी, बात-बात पर गाली देती थी, इसलिए रेत दिया गला

साभार: जागरण समाचार 
गायिका ममता शर्मा की हत्या उसके साथी मोहित ने ही की थी। इस बात का खुलासा करते हुए आरोपी मोहित ने पुलिस को बताया कि ममता एक तो कार्यक्रम में जाने के लिए रुपये कम देती थी और दूसरा बात-बात पर मां-
बहन की गाली देती थी। मोहित ने ही ममता शर्मा की गाड़ी में ही चाकू से गला रेतकर अपने अन्य साथी संदीप, जिसकी गाड़ी को वह इस्तेमाल करता था, उसके साथ मिलकर शव को गांव बनियानी के समीप गन्ने के खेत में फेंक दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश कर दिया।
पुलिस अधीक्षक पंकज नैन ने गायिका ममता हत्याकांड के खुलासे की शनिवार को आधिकारिक पुष्टि की। उन्होंने बताया कि रोहतक की कैलाश कॉलोनी निवासी 27 वर्षीय मोहित पुत्र जयसिंह की भूमिका पहले दिन से ही संदिग्ध थी। मोहित मूल रूप से झज्जर के गांव मांडोठी का रहने वाला है। संदीप टैक्सी चालक है और अक्सर मोहित उसकी कार से ही गायिका ममता को कार्यक्रमों में लेकर जाता था। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त कार को भी बरामद कर लिया है।  
ऐसे दिया वारदात को अंजाम: ममता शर्मा को 14 जनवरी को गोहाना में गोशाला के कार्यक्रम में जाना था। इसके लिए मोहित और ममता की एक दिन पहले ही फोन पर बात हो गई थी। मोहित सुबह आठ बजे ही अपने पड़ोसी संदीप के साथ ममता को लेने चल दिया। संदीप को कलानौर में जींद रोड पर उतार दिया। ममता के घर से चलने के कुछ दूरी पर ही ममता और मोहित में कहासुनी हो गई। ममता ने मोहित को मां-बहन की गाली देते हुए उसका गला भी पकड़ लिया। तैश में आकर मोहित ने कार को साइड में लगाया और चाकू से उसका गला रेत दिया। शव पर कपड़ा ढक दिया और साथी संदीप के साथ मिलकर शव बनियानी गांव स्थित गन्ने के खेत में फेंक दिया और नहर में जाकर दोनों ने कार में लगे खून को धोया। बताया जाता है कि पहले भी ममता उसे मां-बहन की गाली देती थी और कार्यक्रम में जाने के लिए रुपये भी कम देती थी। 
मजबूर करती थी ममता, इसलिए पाना चाहता था छुटकारा: पुलिस पूछताछ में यह भी बात सामने आई है कि कई बार ममता उसको मजबूर भी कर देती थी, इसलिए वह उससे छुटकारा पाना चाहता था। अब किस बात के लिए मजबूर करती थी, इस बारे में मोहित स्पष्ट नहीं कर पाया है। हालांकि यह बात कुछ हद तक ठीक भी लगती है क्योंकि कोई गाली-गलौच या कम रुपये देने पर हत्या जैसा कदम नहीं उठा सकता। अगर कम रुपये देती थी तो वह उसके साथ काम करना छोड़ सकता था। यह भी बात सामने आई है कि मोहित अपने साथ चाकू पहले से रखता था।
पहले यह बताई थी परिजनों को कहानी: मोहित ने पहले परिजनों व पुलिस को जो कहानी बताई थी, वह मेल नहीं खा रही थी। मोहित ने बताया था कि लाहली गांव के समीप ममता एक अन्य कार में सवार होकर चली गई थी। कार में सवार दोनों युवक ममता के परिचित थे। मोहित की कहानी को सच मानकर परिजनों ने गुमशुदगी की कलानौर थाने में शिकायत दर्ज करवा दी थी। लेकिन ममता का शव गन्ने के खेत में बरामद होने पर पुलिस ने मोहित से गहनता से पूछताछ की, जिस पर उसने हत्या की वारदात को कबूल कर लिया।