Wednesday, January 3, 2018

दिन के तापमान में 8 डिग्री की गिरावट शिमला से भी ठंडा रहा चरखी दादरी

साभार: जागरण समाचार 
पहाड़ों में बर्फबारी और शीतलहर के कारण नए साल के दूसरे दिन भी धुंध और कड़ाके की ठंड ने आमजन को परेशान किया। मंगलवार को चरखी दादरी और करनाल शहर शिमला से भी ठंडे रहे। शिमला का अधिकतम
तापमान जहां डिग्री रहा, जबकि करनाल में अधिकतम तापमान 18 साल बाद 10 डिग्री पर पहुंच गया। वहीं चरखी दादरी में सोमवार रात सबसे ठंडी रही। इस दौरान न्यूनतम तापमान मात्र तीन डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा हिसार का अधिकतम तापमान भी करीब आठ डिग्री गिरकर 21 से 13.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। 
केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के मौसम विशेषज्ञ डॉ. डीएस बुंदेला के मुताबिक केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान का कहना है कि आने वाले 24 घंटे में कोहरा छाया रहेगा, लेकिन पहले के मुकाबले कम होगा। नमी की मात्र 100 फीसदी दर्ज की गई है। कोहरे में दृश्यता शून्य रही, जिस कारण लोग परेशान रहे। बृहस्पतिवार तक अधिकतम में कुछ सुधार तो होगा, लेकिन ठंड बरकरार रहेगी। 
धुंध के कारण हाईवे और शहर की सड़कों पर रफ्तार ठहर सी गई है। वाहन चालकों को दिन में भी लाइटें जलाकर चलना पड़ रहा है। धुंध के कारण रोडवेज बसों के अलावा ट्रेनें भी देरी से चल रही हैं। मंगलवार को गोरखधाम एक्सप्रेस 9 घंटे लेट रही। जनता एक्सप्रेस दो घंटे की देरी से पहुंची।
कृषि विभाग के पूर्व तकनीकी अधिकारी डॉ. एसपी तोमर के मुताबिक सूर्य कम निकलने और अधिकतम तापमान गिरने के कारण गेहूं की ग्रोथ रूक सी गई है। गेहूं के लिए ठंड तो जरूरी है, लेकिन धूप भी बेहद जरूरी होती है।गेहूं की ग्रोथ पर पड़ रहा असरनववर्ष के साथ ही हिसार में धुंध व कड़ाके की सर्दी का दौर शुरू हो गया है। फसलों पर पाला जमने लगा है।