Saturday, December 9, 2017

जिंदा नवजात को मृत बताने के मामले में दिल्ली के मैक्स अस्पताल का लाइसेंस रद्द

साभार: भास्कर समाचार
जिंदा नवजात को मृत घोषित करने के मामले में दिल्ली सरकार ने शालीमार बाग स्थित मैक्स अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया है। फैसला तुरंत लागू हो गया। अस्पताल अगले आदेश तक नए मरीज भर्ती नहीं कर
सकेगा। इस परिसर में ओपीडी की सभी सेवाएं भी तत्काल प्रभाव से बंद करने को कहा है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि अस्पताल पहले से भर्ती मरीजों का इलाज जारी रख सकता है। लेकिन मरीज अगर किसी और अस्पताल में शिफ्ट होना चाहेंगे तो उन्हें रोका नहीं जाएगा। सरकार ने शुक्रवार सुबह मिली तीन सदस्यीय कमेटी की फाइनल रिपोर्ट पर यह फैसला किया है। इस अस्पताल में 250 बिस्तर हैं। इसी साल जून में रिन्यू हुआ अस्पताल का लाइसेंस 2020 तक वैध था। यहां पर साल 2011 में पहली बार मैक्स को 80 बिस्तरों के साथ लाइसेंस मिला था। 
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री जैन ने कहा कि मैक्स अस्पताल आदतन अपराधी है। जिंदा नवजात को मृत बताने से पहले ईडब्ल्यूएस कोटा के मरीजों के इलाज और डेंगू के मरीजों के बिस्तरों के इस्तेमाल पर भी नोटिस जारी किया गया था। नवजात को मृत बताने वाले डॉक्टरों पर कार्रवाई को लेकर दिल्ली मेडिकल काउंसिल और मेडिकल काउंसिल आॅफ इंडिया फैसला लेंगी।