Monday, December 11, 2017

70 ब्लाइंड बच्चों को बनाया बाराती तािक वे खुशियां महसूस कर सकें और समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकें

साभार: भास्कर समाचार
फरीदाबाद में रविवार को दोपहर एक बजे एनएच-3 महावीर हास्पिटल से एक अनोखी बारात निकली। अनोखी इसलिए क्योंकि इस बारात में शामिल होने वाले 70 बाराती बेहद खास हैं। ये बाराती हैं ब्लाइंड बच्चे। जो आज
तक सिर्फ स्कूल के प्रोग्राम या छोटे-मोटे कार्यक्रम में ही हिस्सा ले पाते थे। ये देख नहीं सकते, लेकिन महसूस कर सकते हैं उन खुशियों को, जिनमें शामिल होने का इन्हें मौका नहीं दिया जाता। इन्हें सामाजिक त्यौहारों, पर्व, समारोहों में शामिल नहीं किया जाता। इससे ये खुद को समाज में उपेक्षित महसूस करते हैं। इनकी खुशियां इन तक ही सिमटकर रह जाती है। लेकिन समाज में कुछ लोग हैं, जो नेत्रहीन बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रयास कर रहे हैं। पेश से अधिवक्ता गौरव धींगड़ा ने अपनी शादी में बाराती के तौर पर स्पेशल गेस्ट के रूप में ब्लाइंड बच्चों को शामिल किया। 
70 ब्लाइंड बच्चे रविवार को बारात में आम लोगों की तरह नाचते-झूमते-गाते हुए सबके साथ निकले। सभी ने इन बच्चों के साथ डांस किया। बारात में ये बच्चे बेहद खुश दिखाई दिए। शादी का वेन्यू भी ब्लाइंड बच्चों के लिए चलाए जा रहे स्कूल रहा। पहले स्कूल के बच्चे बाराती बनकर बारात में शामिल हुए। फिर स्कूल के बारात पहुंचने पर यहां स्वागत किया। विवाह की सभी रस्म में हिस्सा लिया। गौरव के अनुसार ब्लाइंड बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने उन्हें बाकी लोगों की तरह समकक्ष महसूस कराने के लिए यह प्रयास किया है। नेशनल एसोसिएशन फॉर ब्लाइंड के अध्यक्ष अजीत पटवा के अनुसार इस कार्यक्रम में शामिल होकर बच्चे बेहद खुश हुए। इस तरह की बारात पहली बार निकली। जिसमें बाराती के रूप में ब्लाइंड बच्चों को इनवाइट किया गया। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि समाज के अन्य लोग भी इस कार्यक्रम से प्रेरणा लेंगे। इन बच्चों को अपनी खुशियों में शामिल करेंगे।