Monday, October 9, 2017

गुरमीत की राजदार हनीप्रीत नहीं कर रही जांच में सहयोग, शाही जिंदगी के बाद जेल में जीना हुआ दूभर

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख और ब्लात्कार के मामले में रोहतक की सुनारिया जेल में 20 की सजा काट रहे गुरमीत सिंह की सबसे खास और राजदार हनीप्रीत पंचकूला पुलिस की एसआईटी को जांच में सहयोग नहीं कर रही है।
गुरमीत सिंह को सजा होने से पहले उनके सभी टूअर में उनके साथ होने वाली हनीप्रीत सब्जियोंं और चॉकलेट्स और कॉफी की शौकीन हैं। वहीं वो कहीं भी फाइव स्टार होटल से कम में नहीं रुकती थी। जबकि एसी के बिना कभी डेरे में रही और कभी ट्रेवल किया, लेकिन अब हनीप्रीत कैसे चंडीमंदिर पुलिस थाने की बैरक में है, क्या खा रही हैं, कैसे रह रही है। इस पर भास्कर ने कुछ इन्वेस्टिगेशन की।  
वहीं, हनीप्रीत की रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद उसे अम्बाला सेंट्रल जेल लाया जा सकता है। हालांकि अधिकारी खुलकर नहीं बोल रहे। लेकिन अंदर खाते जेल का सुरक्षा चक्र मजबूत किया गया है। 

बैरक में सुरक्षा के लिहाज से पंखा भी नहींहनीप्रीत हमेशा ही एसी या फाइव स्टार होटलों में रही है, जबकि यहां उसे जिस बैरक में रखा है। उसमें सुरक्षा के लिहाज से पंखा भी नहीं है। बैरक 10/14 की बनी हुई है, जिसके अंदर ही उसे रहना होता है। पूछताछ के लिए उसे बैरक से बाहर निकाल लिया जाता है, लेकिन उसके बाद अंदर बंद कर दिया जाता है। बैरक में सोने के लिए कोई गद्दा भी नहीं हैं, यहां सिर्फ एक ब्लैक कंबल हैं। जिसकी लंबाई 5/2 है। उसे या तो ओढ़ सकते हैं या नीचे बिछा सकते हैं। सुखदीप ने पुलिस को बताया कि हनीप्रीत को तकिए लेने की आदत हैं, तभी उसे माईग्रेन हैं। उसे डॉक्टर ने बेस्ट क्वालिटी कुशन लेने के लिए कहा है। लेकिन यहां जेल में उसके पास ऐसा कुछ नहीं है। उसे रोजाना दिन में दो टाइम खाना मिल रहा है, जिसे एक स्टील की प्लेट में डालकर दिया जाता है। इसके साथ कोई स्पून नहीं दिया जाता है। 
दिन में दो बार मिलता है खाना: 
वहीं हनीप्रीत को दिन में दो बार खाना मिला रहा है। जिसमें पहले उसे रोजाना ही सुबह साढ़े 7 बजे चाय दी जाती है। इसके बाद सुबह 11 बजे नाश्ता। पहले दिन मंगलवार रात को उसे खाना दिया था। इसमें उसने दो रोटी और दालदी गई। 
  • बुधवार सुबह 7 बजे और फिर 9 बजे उसे चाय दी गई। इसके बाद 11 बजे नाश्ते में उसने तीन रोटी और सब्जी खाई। रात के खाने में शाम को तीन रोटी और दाल दी गई। 
  • गुरुवार सुबह 7 बजे चाय और इसके बाद 11 बजे नाश्ते में चार रोटी और सब्जी दी गई, 12 बजे, 2 बजे, 3 बजे चाय दी गई जबकि शाम को चार रोटी और दाल खाई। 
  • शुक्रवार सुबह रूटीन की चाय 7 बजे, 11 नाश्ते के साथ चाय, 3 रोटी और सब्जी ली, जबकि शाम को चार रोटी और एक सब्जी मिली। 
  • शनिवार सुबह से शाम तक पुलिस रेड पर रही लिहाजा पुलिस थाने से मेस का खाना नहीं दिया गया। 

38 दिनों की लिस्ट नहीं बनवा रही हनीप्रीत: हनीप्रीत कुछ सुराग नहीं दे रही है। वहीं डेरा प्रमुख से जुड़ी एक अहम जानकारी का खुलासा हुआ है। सामने आया कि डेरा प्रमुख ने कुछ माह पहले ट्राईसिटी के एक प्रोजेक्ट में इनवेस्टमेंट करने के लिए मीटिंग की थी। वहीं दूसरी ओर 400 सवालों का जवाब लेने और 38 दिनों की डिटेल लेने में पुलिस नाकाम रही है। वहीं पुलिस की एक टीम आदित्य और पवन को पकडने के लिए गई थी, जिसे कामयाबी नहीं मिली हैं। 
हनी के लिए जिन सवालों की लिस्ट तैयार की है। इसमें से 80 से ज्यादा सवालों को पूछा है। जिसके बारे में अभी तक हनी की ओर से कोई सही जवाब नहीं दिया है। इसके बाद पुलिस ने उससे 38 दिनों की डिटेल देने के लिए कहा है। जिसमें उससे चार से ज्यादा अधिकारी बार-बार पूछताछ कर चुके हैं। इसमें भी वह सही जानकारी नहीं देती है। घुमाकर बात कर रही है। 
सुखदीप ने गुरुसर मोडिया से लेकर बठिंडा तक की सारी कहानी बयां कर दी है। दो सितंबर को सुखदीप से हनीप्रीत ने संपर्क किया था, इसके बाद वो उसके पास गई थी। उसके बाद दोनों बठिंडा में रही। यहीं से हनीप्रीत, सुखदीप और दूसरी गाड़ी में मौजूद दूसरे लोगों के साथ दिल्ली के लिए रवाना हो गई। दिल्ली से वापस आने के बाद ये लोग बठिंडा गए, जहां पुलिस को बताए पते के अलावा एक अन्य जगह पर रहे। वहीं, ट्राईसिटी के आसपास के एरिया में कई दिन बिताए, जिसमें जीरकपुर के आसपास का एरिया शामिल है।