Thursday, October 12, 2017

हरियाणा पुलिस हनीप्रीत के साथ पहुंची गुरुसर मोडिया; विपासना का भी हुआ मेडिकल

डेरा सच्चा सौदा की चेयरपर्सन विपासना इंसां का मेडिकल चेकअप बुधवार को सिरसा के नागरिक अस्पताल के तीन डॉक्टरों के पैनल बोर्ड ने किया। जिसमें विपासना को अस्थमा की समस्या होने की पुष्टि हुई। विपासना
शाह सतनाम सुपरस्पेशिलिटी अस्तपताल में उपचाराधीन भी है। बता दें, विपासना का मेडिकल चेकअप एसआईटी के निर्देश पर हुआ है। बीती 10 अक्टूबर को उसे पंचकूला एसआईटी ने पूछताछ के लिए तलब किया था। लेकिन उस दिन विपासना ने मेडिकल प्रमाण-पत्र भेज दिया था। अब उसे 12 अक्टूबर को पेश होना है। 
विश्वास के खिलाफ शिकायत: वहीं दूसरी ओर हरियाणा महिला आयोग में एडवोकेट मोमीन मलिक, एडवोकेट पूजा नागरा ने विश्वास गुप्ता के खिलाफ शिकायत दी है। जिसमें कहा गया है, कि विश्वास गुप्ता जब हनीप्रीत से पहले ही तलाक ले चुका है, तो उसके बाद उसने मीडिया में हनीप्रीत के खिलाफ आरोप क्यों लगाए हैं। विश्वास ने हनीप्रीत के व्यक्तिव को बुरा बताया है। इस बारे में विश्वास गुप्ता कानून का सहारा लेकर हरियाणा पुलिस को शिकायत दे सकते थे। जबकि उन्होंने ऐसा नहीं किया। महिला आयोग यह मामला संज्ञान में लेना चाहिए। 
हरियाणा पुलिस हनीप्रीत के साथ पहुंची गुरुसर मोडिया: डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की राजदार हनीप्रीत को हरियाणा पुलिस बुधवार दोपहर बाद राजस्थान के श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ लेकर पहुंची। दोनों जिलों में फरारी के दौरान वह जहां-जहां रही, उन ठिकानों को तस्दीक किया गया। पुलिस देर रात तक डेरा प्रमुख गुरमीत के जन्म स्थान गुरुसर मोडिया में कार्रवाई कर रही थी। वह हनीप्रीत को लेकर श्रीगंगानगर जिले के गांव लाधुवाला के निकट गिलों की ढाणी पहुंची। हनीप्रीत यहां पर दो दिन रुकी थी। बताया जा रहा है कि जिस ढाणी में वह ठहरी, वहां पर डेरा प्रमुख के रिश्तेदार रहते हैं। यहां पर डेरा प्रमुख गुरमीत का पैतृक मकान है। टीम सीधे पहले उनके घर पर गई। वहां से डेरा सच्चा सौदा द्वारा संचालित सीनियर सेकेंडरी गर्ल्स स्कूल के हॉस्टल और हॉस्पिटल में पहुंची। हनीप्रीत यहां पर तीन दिन तक रुकी थी। यहां से निकलकर ही वह लाधुवाला के निकट गिलों की ढाणी में ठहरी थी। हरियाणा के पंचकुला जिले के एएसपी मुकेश मल्होत्रा टीम के साथ राजस्थान आए हुए थे। हरियाणा पुलिस अपनी कार्रवाई पूरी कर देर रात वापस लौट गई। डेरा प्रमुख के पीए राकेश ने बताया था कि दंगे में जो भी पैसा खर्च किया गया था। वो ब्लैकमनी थी। जिसे ब्लक से व्हाइट में करने के लिए डॉक्यूमेंट्स और कुछ फाइल का इस्तेमाल किया गया था। हनीप्रीत इसे अपने साथ गुरूसर मोडिया राजस्थान में ले गई थी। इस फाइल और दस्तावेजों को रिकवर करने के लिए पंचकूला पुलिस की टीम हनीप्रीत और सुखदीप को साथ लेकर गुरूसर मोडिया में पहुंची।