Saturday, December 10, 2016

हाईकोर्ट ने रामपाल से पूछा, क्या गीता सार सिर्फ हिन्दू धर्म के लिए है?

कथित संत रामपाल की याचिका पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने पूछा कि क्या गीता का सार केवल हिन्दू धर्म के लिए हैं? हाईकोर्ट ने कहा कि गीता किसका प्रतिनिधित्व करती है हम इस पर बहस नहीं करना चाहते। हाईकोर्ट ने कहा कि याची अगली सुनवाई पर 24 जनवरी को याचिका की सुनवाई क्यों की जाए, इसका आधार
बताए। हिसार के बरवाला में स्थित सतलोक आश्रम में लगभग दो साल पहले हुए बवाल के बाद गिरफ्तार किए गए रामपाल ने कुरुक्षेत्र में हो रहे गीता जयंती महोत्सव को चुनौती दी है। हाई कोर्ट की अवमानना के अभियुक्त रामपाल का कहना है सरकार एक धर्म की पुस्तक गीता को प्रमोट कर रही है, जबकि भारत धर्मनिरपेक्ष है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। शुक्रवार को सुनवाई के दौरान रामपाल की तरफ से हाईकोर्ट में एक नई अर्जी दाखिल की गई, जिसमें गुरुग्राम निवासी संदीप कुमार को एक अन्य याचिकाकर्ता बनाने का आग्रह किया गया है। दरअसल, हाईकोर्ट के रुख को देखते हुए रामपाल को लगा कि अवमानना का अभियुक्त होने के कारण उसकी याचिका खारिज हो सकती है तो उसने संदीप कुमार को याची बनाने की अर्जी डाल दी।
हाईकोर्ट ने पिछली सुनवाई के दौरान पूछा था कि जो व्यक्ति जेल में है और हाईकोर्ट की अवमानना का अभियुक्त है, क्या वह जनहित याचिका दायर कर सकता है? हाई कोर्ट के सवाल पर रामपाल के वकील ने कहा कि संगीन आरोपों का मामला अलग है। रामपाल ने राज्य की धर्म निरपेक्षता को चुनौती देने के प्रयास पर सवाल उठाया है। यह कोई निजी रुचि का मामला नहीं है। यह जनहित का मामला है, जिसमें सरकारी पैसे का उपयोग धर्म विशेष के प्रचार के लिए किया जा रहा हैं। भारत का संविधान रामपाल को इस तरह की जनहित याचिका दायर करने का हक देता है।
कोर्ट ने सवाल किया कि हज और अन्य तरह की तीर्थयात्रओं में भी सरकारी पैसे का प्रयोग होता है। उधर, हरियाणा सरकार का पक्ष रखते हुए एडवोकेट जनरल बलदेव राज महाजन ने कहा कि इससे पहले भी कई बार गीता समारोह हुए हैं। यह धार्मिक या सांस्कृतिक आयोजन मात्र नहीं है। आयोजन सरकार नहीं बल्कि कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड करा रहा है। एडवोकेट जनरल ने कहा कि देश में इस तरह के कई कार्यक्रम होते रहते हैं। गीता जयंती को धर्म विशेष से जोड़ कर नहीं देखा जाना चाहिए।
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साभारजागरण समाचार 
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