Sunday, November 27, 2016

एक अच्छा करियर विकल्प: स्वास्थ्य से लेकर रक्षा क्षेत्र तक में उपयोग होता है फोटॉनिक्स

फोटॉनिक्स युग की शुुरुआत 60 के दशक में लेज़र की खोज के साथ हुई अौर 70 के दशक से टेलीकम्युनिकेशन के क्षेत्र में इसका प्रभाव दिखने लगा था। फोटॉनिक्स फिजिक्स का हिस्सा है, जिसमें लाइट के एलिमेंट्री पार्टिकल फोटॉन का अध्ययन किया जाता है। इसमें लाइट का उपयोग जानकारी भेजने और रिसीव करने के
लिए किया जाता है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में फोटॉनिक्स विश्वभर में आधारभूत तकनीक बनकर उभरी है। टेलीकम्युनिकेशन, कंप्यूटिंग, सिक्योरिटी और कई अन्य क्षेत्र में इसका उपयोग बड़े पैमाने पर होता है। फोटॉनिक्स तकनीक से बने उत्पादों की संख्या बढ़ने से इस क्षेत्र में रिसर्च और कमर्शियल डेवलपमेंट की संभावनाएं भी बढ़ी हैं। फोटाॅनिक्स टेक्नोलॉजी का उपयोग इमेजिंग, हेल्थकेयर, मेडिसिन, डिफेंस ऑप्टिक्स और इलेक्ट्रॉनिक्स, बायोटेक्नोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, मेडिसिनल साइंस, सर्जरी और लाइफ साइंसेस के क्षेत्र में किया जाता है। यहां तक कि इसका उपयोग इंडस्ट्रियल मैन्युफैक्चरिंग, इंटरटेनमेंट और मेट्रोलॉजी के क्षेत्र में भी होता है। फोटॉनिक्स के क्षेत्र में पढ़ाई करने के बाद छात्र इंजीनियर, टेक्नीशियन और साइंटिस्ट जैसे पदों पर काम कर सकते हैं। अलग-अलग सेक्टरों में बढ़ते इस्तेमाल से फोटॉनिक्स के क्षेत्र में स्किल्ड प्रोफेशनल की डिमांड बढ़ी है। फोटॉनिक्स स्पेशलिस्ट सरकारी और इंडस्ट्रियल लैबोरेट्री में बतौर इंजीनियर, टेक्नीशियन या टेक्नोलॉजिस्ट, रिसर्च ऑफिसर या शिक्षण संस्थानों में टीचिंग का काम कर सकते हैं। 
एलिजिबिलिटी: 50 फीसदी अंकों के साथ फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स विषय के साथ 12वीं की परीक्षा पास की हो। इसके बाद छात्र फोटॉनिक्स एंड आप्टोइलेक्ट्रॉनिक्स के बैचलर कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। फिजिक्स, मैथ्स, अप्लाइड फिजिक्स या इलेक्ट्रॉनिक्स स्ट्रीम से बैचलर डिग्री करने वाले छात्र इसके एमएससी कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। आगे की पढ़ाई के िलए एमटेक, एमफिल पीएचडी कोर्स भी कर सकते हैं। 
कमाई: इस क्षेत्र में स्किल्ड प्रोफेशनल की कमी होने से से सैलरी पैकेज ज्यादा होता है। अनुभव और शिक्षण के आधार पर सैलरी पैकेज अलग-अलग हो सकता है। शुरुआत में प्रोफेशनल को 20 हजार से 30 हजार रुपए प्रति माह का सैलरी पैकेज मिल सकता है। कुछ वर्ष के अनुभव के बाद सैलरी पैकेज प्रति माह 50 से 60 हजार रुपए तक हो सकता है। 
प्रमुख संस्थान: 

Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: भास्कर समाचार 
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.