Tuesday, November 8, 2016

ऑफिस में 'उपयोगी' बनना चाहते हैं तो ये प्रयास जरूरी

ऑफिस में उपयोगिता साबित करने के लिए कई बार ऐसे काम भी हाथ में लेने पड़ते हैं, जिनमें महारत नहीं हो। ऐसे में तेजी से उस काम को सीखना होता है। इस बार हार्वर्डबिजनेस रिव्यू सेजानते हैं, इसके कुछ उपाय। साथ
में देखिए- कस्टमर से सवाल-जवाब कितने जरूरी हैं। 
प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए छुट्टी लेना जरूरी: कई बार आपको छुट्टियां नहीं मिलती हैं। या काम ज्यादा होने की वजह से आप छुट्टी ले नहीं पाते। लेकिन कुछ शोध बताते हैं कि जो लोग ज्यादा छुट्टियां लेते हैं या बार-बार अवकाश पर जाते हैं उन्हें अधिक बोनस मिलता है। जब सैलरी बढ़ाने की बात आती है तो भी इन्हें अधिक फायदा होता है। इसका कारण यह हो सकता है कि वेकेशन पर जाने से आपकी एनर्जी बढ़ती है। काम का स्तर सुधरता है। इसलिए लंबी छुट्टी पर जाना या घूमने जाना लगातार टालते रहना अच्छा नहीं होता। कोशिश यह होना चाहिए कि ऐसी जगह जाया जाए जहां, काम का कोई नाम हो। मन में भी काम की बात आए। वेकेशन पर जाने से पहले दिमाग में सिर्फ एक बात होना चाहिए कि आप रिलेक्स होने जा रहे हैं। अगर वेकेशन में भी काम का तनाव साथ ले जाएंगे तो इसका कोई पॉजिटिव असर नहीं होगा। 
(स्रोत:डेटा-ड्रिवन केस फॉर वेकेशन। श्वान एकॉर, मिशेल जेलियन।) 
ग्राहक से ऑब्जेक्शन पूछेंगे तो होगी पक्की डील: कोई भी सेल्स डील करना एक लाइन में बात खत्म करने का काम नहीं होता। हर तरह के ऑब्जेक्शन शुरू में ही सुनना जरूरी और बेहतर होता है। इस मौके पर ही बात को स्पष्ट करना चाहिए। इसलिए जब ग्राहकों से बात हो तो उनसे बात सवाल-जवाब के अंदाज में। बीच-बीच में उनसे यह पूछना बेहतर होता है कि जो बातें और डेटा आप उनके सामने रख रहे हैं, वे उससे सहमत हैं या नहीं। फिर आप उनसे पूछ सकते हैं कि क्या वे एग्रीमेंट के लिए तैयार हैं। अगर वे सहमत हों तो बात आगे बढ़ाई जा सकती है। अगर वह राजी हो तो उसकी आपत्तियों और समस्याओं के बारे में पूछना चाहिए। फिर उनके समाधान के लिए आगे बढ़ना चाहिए। किसी भी डील को पूरा करने का पहला नियम यही है कि आपको हर स्तर पर कस्टमर के ऑब्जेक्शन को दूर करना है। 
(स्रोत:टू इनक्रीज सेल्स, गेट कस्टमर्स टू कमिट लिटिल 
एट टाइम। फ्रेंक वी सिसपिड, डेविड हॉफिड।) 
अस्थाई जिम्मेदारी मिली हो तो ये काम की बात: जब कोई काम अस्थाई तौर पर सौंपा जाता है तो इसके लिए कोई ट्रेनिंग नहीं दी जाती है। इसलिए जिसे काम दिया जाता है उसकी ही जिम्मेदारी होती है कि वह जितना जल्दी हो सके उसे समझे। इसके लिए कुछ तरीके उपयोगी हो सकते हैं। जैसे- अपने लक्ष्य लिख लेना। शुरू में ही यह लिख लेने से कि अपने कार्यकाल में करना क्या है, कई तरह की दुविधाएं और संशय दूर कर देता है। दूसरा तरीका है अपने बॉस और पहले इस काम से जुड़े लोगों से लगातार फीडबैक लेना। चूंकि काम नया है इसलिए साथियों की सलाह सीखने और काम को पूरा करने में मददगार हो सकती है। तीसरा उपाय है - अपने साथ हमेशा एक नोटपैड रखना। जब भी कुछ अच्छा या बुरा होते देखें उसे लिख लेना बेहतर होता है। इससे थोड़े समय के लिए ही मिली जिम्मेदारी आपको बड़ा अनुभव देने में मददगार होगी। 
(स्रोत:मेक्सिमाइज योर लर्निंग इन शॉर्ट-टर्म असाइनमेंट। जॉन कोलमैन।)