Monday, October 3, 2016

हौसला बढ़ा: गुलाम कश्मीर में पाक सेना व आइएसआइ के जुल्मों के खिलाफ नारेबाजी

भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले गुलाम कश्मीर के लोगों का हौसला बढ़ा है। वे पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी आइएसआइ की ज्यादतियों के खिलाफ आवाज बुलंद करने लगे हैं। रविवार को गुलाम कश्मीर के हजारों लोग सड़कों पर उतर आए और पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी
की। गुलाम कश्मीर में इसके पहले भी पाकिस्तानी सेना और आइएसआइ के खिलाफ प्रदर्शन होते रहे हैं, लेकिन पहली बार इतनी बड़ी संख्या में लोगों ने इसमें भाग लिया।
गुलाम कश्मीर में पाकिस्तानी सेना और आइएसआइ के जुल्मों से आजिज आ चुके कश्मीरियों ने ‘कश्मीर का कसाई, पाकिस्तान आर्मी’ और ‘आइएसआइ से ज्यादा वफादार कुत्ता’ जैसे नारे लगाए। पहले यह विरोध प्रदर्शन कुछ स्थानों पर इक्का-दुक्का होते थे। लेकिन अब यह पूरे गुलाम कश्मीर में फैल गया है। वहां कोटली, मुजफ्फराबाद, गिलगिट समेत अन्य इलाकों में जमकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। प्रदर्शनकारी गुलाम कश्मीर के राष्ट्रवादी लीडर आरिफ शाहिद की हत्या की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। शाहिद जम्मू-कश्मीर नेशनल लिबरेशन कांफ्रेंस के अध्यक्ष और ऑल पार्टी नेशनल एलायंस के चेयरमैन भी थे। शाहिद को 14 मई, 2013 को रावलपिंडी में उनके घर के बाहर गोली मार दी गई थी। आरोप है कि कश्मीरियों की आवाज बुलंद करने वाले शाहिद की हत्या आइएसआइ ने करायी है। ऑल पार्टी नेशनल एलायंस का कहना है कि पिछले दो सालों में पाकिस्तानी आइएसआइ 100 से ज्यादा कश्मीरी कार्यकर्ताओं की हत्या करवा चुकी है और यह सिलसिला हर दिन जारी है।
गुलाम कश्मीर के भीतर आतंकी अड्डों पर भारत के सर्जिकल स्ट्राइक के एक हफ्ते बाद ही हजारों लोगों का सड़कों पर उतरना और आरिफ शाहिद की हत्या की निष्पक्ष जांच की मांग करना पाकिस्तान के लिए चिंता का सबब बन सकता है। अभी तक पाकिस्तानी फौज इस तरह के प्रदर्शनों को कठोरता से कुचलती आई थी। लेकिन अब ऐसा करना शायद संभव नहीं होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त को गुलाम कश्मीर में मानवाधिकार हनन का मामला उठा चुके हैं और इसके बाद अमेरिका सहित कई देशों ने इसको लेकर चिंता जताई है। जाहिर है कश्मीर में पाकिस्तानी दमन अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बन सकता है। गुलाम कश्मीर के लोगों का आरोप है कि पाकिस्तान उसके संसाधनों का दोहन कर रहा है और अपना हक मांगने पर उन्हें प्रताड़ित किया जाता है। वे आइएसआइ और पाक सेना पर चुनाव में धांधली कर पाकिस्तान परस्त नेताओं को जिताने का भी आरोप लगाते हैं। पिछले चुनाव में नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग ने विधानसभा 42 में से 32 सीटें जीती थीं। कश्मीरी इन चुनावों को लोकतंत्र के नाम पर मजाक करार देते हैं।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभारजागरण समाचार 
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.