Friday, October 28, 2016

महिला-पुरुष की आर्थिक असमानता बढ़ी; पिछले एक साल में 52 साल पिछड़ी दुनिया, भारत के हालात बेहतर

दुनियाभर में महिला-पुरुषों के बीच आर्थिक समानता में गिरावट दर्ज की गई है। हालात यह हैं कि इस वजह से दुनिया एक साल में 52 साल पिछड़ गई है। जबकि लैंगिक समानता भारत पिछले साल की तुलना में 21 स्थान चढ़कर 144 देशों में 87वें पायदान पर गया है। हालांकि स्वास्थ्य, आर्थिक स्थिति में यहां महिलाओं और पुरुषों
में भारी असमानता है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। हालांकि शिक्षा और राजनीति के मामले में महिलाओं की स्थिति बेहतर है। यह जानकारी वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की 'द ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट 2016' में सामने आई है। इसमें कहा गया है कि भारत को मिली बढ़त खास तौर पर शिक्षा में हुई प्रगति के कारण है। अर्थव्यवस्था, शिक्षा, स्वास्थ्य और राजनीतिक प्रतिनिधित्व में महिला-पुरुषों के बीच अंतर के आधार पर देशों को रैंक दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक कार्यस्थल में लैंगिक अंतर बढ़ा है। इस हिसाब से आर्थिक आधार पर महिलाओं को पुरुषों की बराबरी में आने में और 170 साल लग सकते हैं। पिछले साल यह आंकलन 118 साल का था। लैंगिक समानता में आइसलैंड अव्वल है। दूसरे पर फिनलैंड, तीसरे पर नॉर्वे और चौथे स्थान पर स्वीडन हैं। 
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साभार: भास्कर समाचार 
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