Tuesday, September 20, 2016

भारतीय सेना पाक पर प्रहार को तैयार: सेना ने कहा जवाबी कार्रवाई का समय और स्थान हम तय करेंगे

भारत ने उड़ी के भयानक आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई शीर्ष स्तरीय बैठक के बाद सेना ने कहा है कि आतंकी हमले का जवाब देने का अधिकार अब हमारा है। जवाबी कार्रवाई की जगह और वक्त अब हम तय करेंगे। सेना के इस एलान से साफ है कि जरूरी होने
पर पाकिस्तान के खिलाफ सीमित सैन्य विकल्प के इस्तेमाल का भारत का विकल्प खुला है। मगर इससे पहले भारत दुनियाभर में पाकिस्तान के आतंकी चेहरे को बेनकाब करने के लिए आक्रामक कूटनीतिक अभियान चलाएगा। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सोमवार को सात रेसकोर्स पर रणनीतिक और सुरक्षा बैठक में उड़ी हमले के बाद हालात की समीक्षा की गई। बैठक के बाद डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह ने बताया कि भारतीय सेना इस तरह के आतंकी हमलों का जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है। उड़ी में सेना के कैंप पर हमला करने वाले पाकिस्तानी आतंकियों से बरामद सामग्रियों का ब्योरा देते हुए डीजीएमओ ने पाक को सीधे कठघरे में खड़ा किया। 
उन्होंने कहा कि उड़ी ऑपरेशन खत्म हो चुका है। मारे गए आतंकियों के पास से चार एके-47 राइफलें, चार अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर और ऐसे कई हथियार मिले हैं, जिनका इस्तेमाल जंग के वक्त होता है। सभी हथियार पाकिस्तान में बने हैं। उच्चपदस्थ सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी की गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, रक्षा मंत्री मनोहर र्पीकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग, रॉ और आइबी प्रमुखों के साथ हुई बैठक में तय हुआ कि पाकिस्तान को बेनकाब करने के कूटनीतिक अभियानों में इन सुबूतों की मदद ली जाएगी। यह बैठक अघोषित रूप से सुरक्षा मामलों पर कैबिनेट समिति की बैठक ही रही। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के अलावा सीसीएस के सभी सदस्य इसमें मौजूद थे।
जम्मू-कश्मीर के उड़ी में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर सोमवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक हुई। इसमें केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली और रक्षा मंत्री मनोहर र्पीकर भी शामिल हुए।
  • पाकिस्तान के खिलाफ बेहद सख्त रुख का सरकार और सेना ने दिया संदेश
  • प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई शीर्ष बैठक के बाद सेना ने किया एलान
  • सैन्य कदम का विकल्प खुला, मगर उससे पहले दुनिया में करेंगे पाक को बेनकाब
  • इस बैठक में उड़ी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के विकल्पों पर गंभीर विचार हुआ।
  • इसके तहत आर्थिक प्रतिबंध, कूटनीतिक दबाव और पाक को आतंकी देश घोषित करने जैसी कोई भी कार्रवाई हो सकती है।
  • सरकार ने यह भी तय किया है कि मीडिया की सुर्खियों के दबाव में जल्दबाजी में कोई कदम नहीं उठाया जाएगा।
  • पाक के आतंकी चेहरे को दुनियाभर में बेनकाब करना सरकार की पहली प्राथमिकता होगी।
  • बेहद अपरिहार्य स्थितियों में ही एलओसी के पार जाकर सीमित सैन्य कार्रवाई की जा सकती है।
  • बलूचिस्तान में चल रहे आजादी के आंदोलनों का खुला समर्थन करने का फैसला भी लिया जा सकता है।

Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभारजागरण समाचार 
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं।