Tuesday, September 13, 2016

अनूठी पहल: हर शुभ काम करने से पहले मीठा ...... नहीं, रक्तदान जरूरी है

बठिंडा जिले का हररंगपुरा गांव। यहां हर शुभ काम की शुरुआत रक्तदान से की जाती है। चाहे वह शादी हो। जन्मदिन हो। शादी की सालगिरह हो। धार्मिक कार्यक्रम हो। या फिर किसी के नौकरी की जॉइनिंग हो या
रिटायरमेंट। गांव में रक्तदान कैंप का आयोजन परंपरा बन चुकी है। शादी में दूल्हा घोड़ी पर चढ़ने से पहले। बच्चों के जन्मदिन पर पैरेंट्स केक काटने से पहले। गांव वाले कीर्तन पाठ से पहले रक्तदान करते हैं। इतना ही नहीं, बुजुर्गों की बरसी पर भी रक्तदान कैंप लगता है। लोग शादी धार्मिक कार्यक्रमों के कार्ड में भी रक्तदान का जिक्र करते हैं। ऐसा यहां 7 सालों से चला रहा है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। मकसद जरूरतमंदों की मदद करना है। ताकि ब्लड के अभाव में किसी की जान जाए। 
इस मुहिम की शुरुआत 2009 में हुई। दरअसल, यूनाइटेड वेलफेयर सोसाइटी के संस्थापक नरेश पठानिया विजय भट्ट गांव के युवाओं को रक्तदान के लिए जागरूक कर रहे थे। इसके बाद युवा इस मुहिम से जुड़ गए। उन्होंने घरवालों को रक्तदान का महत्व बताया। फिर गांववालों ने इसे शुभ कामों का हिस्सा बना लिया। हरविंदर सिंह ने अपनी शादी पर 16 फरवरी 2009 को पहली बार रक्तदान कैंप लगवाया। हरविंदर ने घोड़ी चढ़ने से पहले रक्तदान किया। राम सिंह फौजी की शादी 20 फरवरी 2016 को हुई। राम ने बारात जाने से पहले रक्तदान किया। पवनजीत अकालजीत कौर शादी की हर सालगिरह पर ब्लड कैंप लगवाते हैं। हरबंस मनप्रीत कौर शादी की सालगिरह पर ब्लड डोनेट करते हैं। पावरकॉम से रिटायर्ड होने पर बूटा सिंह के बेटे जगजीत सिंह, नमतेज सिंह जसपाल सिंह ने कैंप का आयोजन कराया। नमतेज सिंह बेटे मनिंदर बेटी पारस दीप कौर के जन्मदिन पर कैंप का आयोजन कराते हैं। चमकौर सिंह बेटे लाडी के जन्मदिन पर कैंप लगवाते हैं। धर्मपाल टेलर ने बेटा होने पर पत्नी सरबजीत के साथ कैंप लगवाया। बाबा लछमन हरी डेरे के बाबा 1008 धुन्नी दास की बरसी पर कैंप लगवाते हैं। दिव्यांग बलजीत हर तीन माह पर रक्तदान करते हैं। युवा इमरजेंसी कॉल पर भी ब्लड डोनेट करते हैं। गांव में 30 से ज्यादा रक्तदान कैंप लग चुके हैं। 
और कई गांव भी हो रहे हैं प्रेरित: हररंगपुर से बठिंडा जिले के दूसरे गांव भी प्रेरित हो रहे हैं। कोटशमीर में मनजीत सिंह गोरा ने बहन सुखप्रीत कौर की शादी पर बारात का स्वागत रक्तदान कैंप लगाकर किया। इसमें बारातियों ने भी रक्तदान किया। गांव के कृष्ण ने अपनी शादी से पहले रक्तदान किया। जोधपुर रुमाना गांव में महिलाओं ने रक्तदान ब्रिगेड बनाई है। गोविन्दपुरा गांव में भी लोग शुभ कामों की शुरुआत रक्तदान से करते हैं। 
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साभार: भास्कर समाचार 
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