Friday, September 30, 2016

एचटेट पेपर लीक काण्ड में खुलासा: सोनीपत की डीईओ ने पुत्रवधू को पढ़वा दिया था पेपर

एचटेट पेपर लीक मामले में सोनीपत की तत्कालीन डीईओ परमेश्वरी हुड्डा की मिलीभगत सामने आई है। उसे भी पेपर लीक होने के बारे में जानकारी थी। पेपर लीक होते ही उन्होंने पुत्रवधू को राजीव दहिया के माध्यम से 14 नवंबर को पेपर पढ़वा दिया था। सोनीपत के सेक्टर 23 स्थित राजीव दहिया के भाई आनंद दहिया के घर पर
पेपर को सॉल्व कराया गया था। यहीं पर पेपर लेवल-3 के सैट स आंसर की तैयार की गई थी। यहां पर डीईओ आफिस के दो कर्मचारी भी मौजूद थे। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। यह खुलासा मुख्य आरोपी पवित्र गुलिया समेत चारों आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में किया है। पुलिस ने चारों आरोपियों को अदालत में पेश किया, जहां से कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने पवित्र गुलिया को पांच दिन के रिमांड पर लिया है। जबकि अन्य तीनों आरोपियों डीईओ कार्यालय कर्मचारी सुरेंद माहला, क्लर्क राजपाल अमरजीत को जेल भेज दिया।
आरोपी पवित्र गुलिया ट्रेजरी से गाड़ी में करीब एक बजे प्रश्नपत्र लेकर आया था। रास्ते में गाड़ी रोककर उसने कई साथियों को गाड़ी में बैठाया। इस दौरान उन्होंने गाड़ी में ही बंडल से चाकू के साथ प्रश्न पत्र निकालना चाहा तो प्रश्नपत्र की कॉपियां कट गई थी। बचे प्रश्नपत्रों को भिवानी बोर्ड में जमा कराया गया था, जांच करने पर वहां भी कटे हुए प्रश्नपत्र मिले हैं। इसके बाद गाड़ी सीधे सोनीपत के सेक्टर 23 में राजीव दहिया के भाई आनंद दहिया के घर पर पेपर की फोटो स्टेट की गई और वहां पर पेपर को सॉल्व कराया गया। यहां पहले से ही करीब 40-50 गाडियां खड़ी थी। मशीन सोल्वर आए हुए थे। कुछ गड़बड़ी हो, इसके लिए आंसर की वाट्सएप पर डाली गई थी। यहां पर मौजूद लीक कराने वाले ग्रुप के स्कूल संचालक राजेंद्र गाल्याहण, राजेंद्र रंधावा, सोनीपत के राजेश समेत कई लोग मौजूद थे। इन्होंने बाद में अपने-अपने हिसाब से आंसर की को भेजा था। आंसर की के बदले प्रति परीक्षार्थी से एक से दो लाख तक में सौदा तय किया गया था। लेकिन ज्यादातर ने पेपर क्लीयर होने के बाद पेमेंट करने का सौदा तय किया था। सोनीपत के एक कोचिंग सेंटर के माध्यम से वाट्सएप पर आंसर की भेजने का खूब कारोबार हुआ। आशंका जताई जा रही है कि आंसर की सैकड़ों लोगों के पास पहुंच गई थी। दिल्ली के मुखर्जी नगर के एक इंस्टीट्यूट में भी आंसर की पहुंचने की बात कही जा रही है। इसके बाद तो कॉल ग्रुप बन गया। (जैसा एसआईटी इंचार्ज एवं एएसपी वसीम अकरम ने बताया) 
पवित्र गुलिया समेत पकड़े गए चारों आरोपियों ने पूछताछ में कबूला कि पेपर को ट्रेजरी से लाते ही लीक कर दिया था। वहां की डीईओ परमेश्वरी हुड्डा को भी पेपर लीक मामले का पता था। उसमें उनकी संलिप्तता मानी जा रही है। क्योंकि उनकी पुत्रवधू भी परीक्षा दे रही थी, जिसे डीईओ ने राजीव दहिया के माध्यम से पेपर को पढ़वा दिया था। - वसीमअकरम, एएसपी एवं एसआईटी इंचार्ज। 
हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा 14 नवंबर 2015 को बोर्ड की ओर से आयोजित एचटेट लेवल-3 पेपर के लीक होने के बाद जींद में आंसर की मिली थी। पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार कर केस दर्ज कर एसआईटी का गठन किया था। इस मामले में अब तक मुख्य आरोपी एवं सेंटर अधीक्षक राजेंद्र रंधावा समेत 14 आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है। इनमें खरकभूरा निवासी अमित, नरवाना के मोर पत्ती गांव निवासी रणबीर सिंह, उचाना मंडी निवासी संदीप, दिल्ली के कंझावला निवासी रवि सचिन, बेरी निवासी मंजीत, साल्हावास निवासी देवेंद्र, विकास, नितेश, प्रवीन, गौरव, राजेंद्र, सोनीपत का राजेश और पिंडारा निवासी संजीत शामिल है। गोहाना मार्केट कमेटी के तत्कालीन सचिव पवित्र गुलिया, डीईओ कार्यालय कर्मचारी सुरेंद्र माहला, राजपाल अमरजीत को गिरफ्तार कर गुरुवार को अदालत में पेश किया। 

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साभार: भास्कर समाचार 
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