Monday, September 19, 2016

ठगों से सावधान: आईटीबीपी में कांस्टेबल की फर्जी भर्ती का ड्रामा रच कर हड़पे 25-25 हजार

इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) में चालक पद के फर्जी नियुक्ति पत्र भेजकर 7 राज्यों में युवाओं काे ठगने का जाल हरियाणा तक भी फैल गया है। आवेदकों ने फिजिकल दिया और ही लिखित परीक्षा। इसके बावजूद फर्जी नियुक्ति पत्र भेजकर 25-25 हजार रुपए अकाउंट में डालने के लिए कहा जा रहा है। वहीं, विभाग
के अधिकारियों ने नियुक्ति-पत्र जारी करने की बात कहते हुए मामले को पूरी तरह फर्जी बताया। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। 
बताया जा रहा है कि हरियाणा में 33 युवाओं के पास ये फर्जी पत्र भेजे गए हैं। खास बात यह है कि अगस्त में छत्तीसगढ़ पुलिस ने आईटीबीपी में फर्जी नियुक्ति पत्र भेजकर 100 लोगों से 25 लाख रुपए ठगने वाले दो युवकों को गिरफ्तार किया था। इनसे पूछताछ में खुलासा हुआ है कि इन्होंने हरियाणा-पंजाब के एक दर्जन लोगों से पैसे ऐंठे हैं। इसके बावजूद अब लग रहा है कि इस गिरोह के जड़ें पूरी तरह खत्म नहीं हुई हैं। इससे पहले रेलवे भर्ती में फर्जी नियुक्ति पत्र भेजने के नाम पर भी युवाओं से ठगी हो चुकी है। 
सीधी भर्ती के नाम पर दे रहे झांसा: बालंद निवासी नवीन ने बताया कि उसके भाई प्रवीण ने वर्ष 2014 में चालक कांस्टेबल पद के लिए आवेदन किया, लेकिन शारीरिक परीक्षा भी छोड़ दी। शुक्रवार को उसका नियुक्ति पत्र पहुंच गया। लिखा था कि फिजिकल लिखित परीक्षा छोड़ने वाले या परीक्षा में फेल होने वाले आवेदकों को सीधी भर्ती का एक मौका दिया जा रहा है। 
ठगी के दोनों आरोपियों ने कबूला था कि उन्होंने हरियाणा-पंजाब के भी लगभग एक दर्जन लोगों से ठगी की है। रोहतक पुलिस केस दर्ज करके संपर्क करती है तो छत्तीसगढ़ पुलिस पूरी मदद करेगी। हो सकता है कि नया गिरोह सक्रिय हो। -आरिफ एच शेख, एसपी, बालोद, छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश हिमाचल प्रदेश के युवकों से भी इसी तरह 25-25 हजार रुपए की ठगी सामने आई है। छत्तीसगढ़ की बालोद पुलिस ने अगस्त में दिल्ली निवासी गौतम और कानपुर निवासी अर्पित को गिरफ्तार किया। पूछताछ में 100 लोगों से ठगी का पता चला। यह गिरोह हरियाणा, पंजाब, यूपी, चंडीगढ़ और उत्तराखंड में सक्रिय है। 
जो मोबाइल नंबर नियुक्ति पत्र पर लिखा गया, उसे ट्रू कॉलर पर सर्च करने के बाद पता चला कि वह वेस्ट यूपी का है और कोई वरुण उसे प्रयोग कर रहा है। वहीं, आउटर चंडीगढ़ के सेक्टर-14 स्थित डायरेक्टरेट ऑफ रिक्वायरमेंट सेल (कांस्टेबल) ऑफिस से नियुक्ति पत्र जारी दिखाकर इसे यूपी के मेरठ से डाक के जरिये भेजा गया है। 
नवीन का कहना है कि फिजिकल दिए बिना नियुक्ति पत्र आने पर उन्हें कुछ संदेह हुआ। लेटर में दिए नंबर पर कॉल करने पर उसने एक अकाउंट नंबर मैसेज कर दिया। थोड़ी देर बाद कॉल आई कि पैसे जमा करा दीजिए, नहीं तो ट्रेनिंग लेटर नहीं दिया जाएगा। इसके बाद नवीन ने आईटीबीपी के दिल्ली हेडक्वार्टर संपर्क किया। वहां अधिकारियों ने कहा कि इस तरह के कोई नियुक्त पत्र जारी नहीं किए गए हैं। ड्राइवर की भर्ती कंप्लीट ही नहीं हुई है। मेडिकल चल रहे हैं। यह फ्रॉड लेटर है। आप इसकी पुलिस में शिकायत दर्ज करवाएं। 
नियुक्ति पत्र के साथ भेजे कागजों में लिखा है कि आपका चालक (सिपाही) के पद पर चयन कर लिया गया है सीधी भर्ती का मौका देते हुए 6 माह की ट्रेनिंग की जाएगी। इसके लिए विभाग द्वारा निर्धारित राशि 25 हजार रुपए अदा करनी पड़ेगी। यह राशि सिक्योरिटी के रूप में होगी। ट्रेनिंग के दौरान अगर कोई नुकसान होता है तो इस राशि से वसूली की जाएगी अन्यथा ट्रेनिंग के बाद बिना ब्याज के राशि वापस कर कर दी जाएगी। पत्र में लिखा है कि इसमें लिखे मोबाइल नंबर पर कॉल करें। कॉल करने पर एक अकाउंट नंबर दिया जाएगा, जिसमें 25 हजार रुपए जमा कराने हैं। 
प्रवीण: हेलो। मेरे पास आईटीबीपी का नियुक्ति पत्र आया है। 
ठग: ये आपका ड्राइवर कांस्टेबल के लिए था ना..? 
प्रवीण: जी हां। 
ठग: ओके,ये वेरिफाई हो गया है। एक्चुअली डेढ़ साल पहले का आवेदन रिजेक्ट था। ये जो आपके पास भेजा गया है, वो एक्सपर्ट टीम के लिए भेजा गया है। वो जो हमारे जवान होते हैं, उनके वाहनों की ड्राइविंग के लिए है। मैं अभी खाता नंबर आपके मोबाइल पर भेज दे रहा हूं। 3 बजे तक पैसे जमा करा दीजिए ताकि हम आपका ट्रेनिंग लेटर निकाल दें। 
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: भास्कर समाचार 
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.