Monday, September 19, 2016

चरखी दादरी बना हरियाणा का 22वां जिला; अगला नंबर हांसी और गोहाना का

हरियाणा में सत्ता चाहे किसी भी राजनीतिक दल की रही है, लेकिन अधिकतर मुख्यमंत्रियों ने राज्य को नए जिलों की सौगात जरूर दी है। करीब आठ साल बाद चरखी दादरी को 22वें जिले के रूप में प्रदेश को सौगात देने वाले मुख्यमंत्रियों की फेहरिस्त में मनोहर लाल का भी नाम जुड़ गया है। कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ का
चरखी दादरी को जिला बनवाने में खासा योगदान रहा है। उनके नेतृत्व वाली मंत्रियों की उपसमिति चरखी दादरी, हांसी और गोहाना को नए जिले बनाने की सिफारिश पहले ही कर चुकी है। अब नए जिलों के रूप में अगला नंबर हांसी और गोहाना का है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। पंजाब में 22 जिले हैं, वहीं चरखी दादरी के रूप में 22वां जिला बनने के बाद हरियाणा ने उसकी बराबरी कर ली है। 1 नवंबर 1966 को हरियाणा अलग राज्य के रूप में अस्तितत्व में आया था। ब्रिटिश पंजाब के कुल 29 जिलों में हरियाणवी भू-भाग भी समाहित था। पूरा पंजाब पांच डिविजन दिल्ली, जालंधर, लाहौर, रावलपिंडी और मुलतान में बंटा हुआ था। दिल्ली डिविजन में तब अधिकतर हरियाणा आता था। पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल की सरकार में कुरुक्षेत्र, सोनीपत और भिवानी जिले का गठन हुआ था। भिवानी चौधरी बंसीलाल की जन्मभूमि तो थी ही, उनका राजनीतिक गढ़ भी रहा। इसके बाद 1975 में सिरसा जिला बना तो 1979 में फरीदाबाद जिले का गठन हुआ। फरीदाबाद को जिले का स्वरूप चौधरी भजनलाल ने दिया। पंजाबी व अन्य गैर जाट जातियों की बहुलता वाले फरीदाबाद को जिला बनाने के पीछे भजनलाल के राजनीतिक हित जुड़े थे। 1989 में चौधरी देवीलाल ने हरियाणा दिवस पर एक साथ चार जिलों की घोषणा की। इनमें पानीपत, यमुनानगर, कैथल और रेवाड़ी जिले शामिल हैं। 1995 में चौधरी भजनलाल ने पंचकूला को जिला बनाया। यह उनके पुत्र चंद्रमोहन का चुनावी क्षेत्र था। वहीं चौ. बंसीलाल ने फतेहाबाद व झज्जर जिलों का भी गठन किया। मार्च 2005 में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने मेवात जिला बनाया। हालांकि इसका प्रारूप उनसे पहले के मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला तैयार कर चुके थे। चौटाला ने मेवात का नामकरण सत्यमेवपुरम किया था, लेकिन हुड्डा ने इसे मेवात जिले के रूप में घोषित किया। 2008 में हुड्डा ने पलवल जिले का गठन किया। पिछले आठ सालों के लंबे अंतराल के बाद मनोहर सरकार ने एक साथ तीन जिले चरखी दादरी, हांसी और गोहाना बनाने का ऐलान किया, जिनमें से चरखी दादरी की विधिवत घोषणा हो चुकी है। हांसी अभी हिसार, चरखी दादरी भिवानी और गोहाना सोनीपत जिले का पार्ट रहे हैं।

छह नए ब्लॉक भी होंगे सृजित: धनखड़ के नेतृत्व वाली मंत्रियों की उपसमिति ने छह नए ब्लॉक बनाए जाने की सिफारिश भी की है। इनमें झज्जर जिले के बादली, यमुनानगर के खिजराबाद, पलवल का बड़ौली, कुरुक्षेत्र का पिपली, जिले का डहीना और भिवानी का चरखी दादरी नए ब्लाक बनेंगे। भिवानी जिले के दादरी-। और दादरी-।। ब्लॉकों के नाम बदले जा चुके हैं। दादरी-। अब बौंदकलां और दादरी-।। झोझूकलां कहलाएगा। छह नए ब्लॉक बनने के बाद राज्य में ब्लॉक की संख्या 126 से बढ़कर 132 हो जाएगी। उपसमिति ने रेवाड़ी जिले में पालावास को नई सब-तहसील का दर्जा दिया जाएगा। प्रदेश में सब-तहसीलों की संख्या 48 हो जाएगी। जींद जिले में अलेवा, यमुनानगर नगर में खिजराबाद, पानीपत में मतलौडा, पंचकूला में रायपुररानी और हिसार जिले में बास नई तहसीलें बनाई जाएंगी।

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साभारजागरण समाचार 
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