Monday, August 22, 2016

करियर: तेल गैस में बढ़ते विदेशी निवेश से बढ़ी नौकरियों की संभावनाएं

देश के आॅइल और गैस सेक्टर में तेजी के चलते नौकरियों के नए दरवाजे भी खुले हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक आगे आने वाले दस सालों में भारत के आॅइल और गैस सेक्टर में 19 लाख ट्रेंड प्रोफेशनल की जरूरत होगी। इसके लिए जल्द ही नए ट्रेनिंग सेंटर भी खोले जाएंगे। हाल ही में सरकार ने कई सेक्टर में 100 फीसदी निवेश
को मंजूरी दी है। इसमें आॅइल और गैस सेक्टर भी शामिल है। आईबीईएफ की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 1995 के बाद से गैस फायर्ड पावर स्टेशन बनने से खपत में 160 फीसदी तक की बढ़ोतरी देखने को मिली है। 2008 से अब तक गैस की खपत सालाना 21 फीसदी की दर से बढ़ी है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। जापान, दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन और स्पेन के बाद भारत लिक्विफाइड नैचुरल गैस का पांचवां सबसे बड़ा आयातक है अौर ग्लोबल ट्रेड में भारत का लगभग 5.5 फीसदी हिस्सा है। पिछले एक साल में एलएनजी का आयात करीब 43 फीसदी बढ़ा है। 2021 तक भारत में एलनजी की डिमांड सालाना 17 फीसदी की दर से बढ़ने की संभावना है। देश केआॅइल और गैस सेक्टर में तेजी के चलते नौकरियों के नए दरवाजे भी खुले हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक आगे आने वाले दस सालों में भारत के आॅइल और गैस सेक्टर में 19 लाख ट्रेंड प्रोफेशनल की जरूरत होगी। इसके लिए जल्द ही नए ट्रेनिंग सेंटर भी खोले जाएंगे। 
तेल की खपत करने वाला तीसरा सबसे बड़ा देश भारत: हालही में भारत दुनिया का तीसरा बड़ा तेल खपत करने वाला देश बन गया है। एक रिपोर्ट के बीपी स्टेटिस्टिकल रिव्यू ऑफ वर्ल्ड एनर्जी के अनुसार भारत की तेल मांग 2015 में 8.1 फीसदी बढ़ी। इसके अनुसार 41 लाख बैरल प्रतिदिन मांग के साथ भारत तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता देश बन गया है। साल 2015 में विश्व तेल खपत में भारत का हिस्सा 4.5 फीसदी रहा। फिलहाल भारत में प्रतिदिन तेल की 4.1 मिलियन बैरल की डिमांड है। तेल खपत के लिहाज से 19.39 मिलियन बैरल प्रतिदिन के साथ अमेरिका पहले, जबकि चीन दूसरे स्थान पर है। वैश्विक स्तर पर भी तेल की डिमांड रही है। 2015 में विश्वभर में प्रतिदिन तेल की मंाग 95 मिलियन बैरल थी। 
जॉबके कई विकल्प हैं मौजूद: इस सेक्टर में इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट दाेनो स्ट्रीम के लिहाज से जॉब की संभावनाएं बेहतर हैं। इसमें सामन्यत: जियोलॉजिस्ट, पेट्रोफिजिसिस्ट, ड्रिलिंग इंजीनियर, प्रोसेस कंट्रोल इंजीनियर, हेल्थ एंड सेफ्टी इंजीनियर, पाइप लाइन इंजीनियर, सेल्स ऑफिसर, मार्केटिंग ऑफिसर और बिज़नेस डेवलपमेंट ऑफिसर जैसी प्रोफाइल में कॅरिअर बनाया जा सकता है। 
2021तक सालाना 17% की दर से बढ़ेगी एलएनजी की मांग: हालही में सरकार ने कई सेक्टर में 100 फीसदी निवेश को मंजूरी दी है। इसमें आॅइल और गैस सेक्टर भी शामिल है। आईबीईएफ की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 1995 के बाद से गैस फायर्ड पावर स्टेशन बनने से खपत में 160 फीसदी तक की बढ़ोतरी देखने को मिली है। 2008 से अब तक गैस की खपत सालाना 21 फीसदी की दर से बढ़ी है। जापान, दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन और स्पेन के बाद भारत लिक्विफाइड नैचुरल गैस का पांचवां सबसे बड़ा आयातक है अौर ग्लोबल ट्रेड में भारत का लगभग 5.5 फीसदी हिस्सा है। पिछले एक साल में एलएनजी का आयात करीब 43 फीसदी बढ़ा है। 2021 तक भारत में एलनजी की डिमांड सालाना 17 फीसदी की दर से बढ़ने की संभावना है।
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साभार: भास्कर समाचार 
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