Saturday, June 11, 2016

सरकार जाट आरक्षण की पक्षधर, लेकिन समाधान बातचीत से ही होगा - सीएम

हरियाणा सरकार जाट आरक्षण की पक्षधर है और पहले वर्ष में ही आरक्षण दे भी दिया। मगर यह जल्दबाजी में दिया गया, अगर इसे सिस्टम से दिया जाता तो मामला अदालत में नहीं पहुंचता। आरक्षण का मसला बातचीत से ही सुलझ सकता है। जाट आरक्षण के लिए सरकार सुप्रीम कोर्ट तक मजबूत पैरवी करेगी। यह दावा मुख्यमंत्री
मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को महम में आयोजित न्याय रैली में कही। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। इस दौरान सीएम ने चेतावनी देते हुए कहा कि हठी लोगों का सरकार के पास कोई इलाज नहीं है। इसलिए आरक्षण को लेकर सरकार को अपना काम करने दें नहीं तो सरकार अपने ढंग से भी काम करना जानती है। मुख्यमंत्री खट्टर ने जाट सहित विभिन्न जातियों को आरक्षण देने के मामले में पिछली सरकार की भूमिका पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि हम इस मामले में राजनीति नहीं करेंगे। पिछली सरकार को अपने दस साल के कार्यकाल में 9वें वर्ष आरक्षण की याद आई थी, लेकिन भाजपा ने पहले ही साल में आरक्षण दे दिया। वर्तमान सरकार न्यायपालिका में विचाराधीन इस मामले को सिरे चढ़ाकर ही दम लेगी। 
यूपी एमपी में भी दस्तक: हरियाणा से शुरू हुए जाट आंदोलन ने देश के दो बड़े राज्यों उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश में भी दस्तक दे दी है। यशपाल मलिक के संगठन ने दोनों राज्यों में 82 स्थानों पर सांकेतिक धरने की योजना बनाते हुए 8 जून से यूपी के सहारनपुर, बुलंदशहर और मुजफ्फरनगर में धरने की शुरुआत कर दी है। 30 जून तक दोनों प्रदेशों के विभिन्न जिलों के शहर व कस्बों में सांकेतिक धरना दिया जाएगा। खास बात यह है कि उक्त सभी स्थानों पर दिए जाने वाले धरने में हरियाणा हिंसा के कथित शहीदों के फोटो लगाए जाएंगे। इसके अलावा अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति उत्तराखंड, राजस्थान आदि प्रदेशों में भी आंदोलन की तैयारियों में जुटी है।
समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने 11 मई को दिल्ली के जंतर-मंतर पर दिए धरने में पांच जून से देशव्यापी आंदोलन की घोषणा की थी। इसके बाद पांच जून से आंदोलन की शुरुआत हरियाणा में कर दी गई। आंदोलन का सर्वाधिक प्रभाव रोहतक के जसिया चौक पर देखने को मिल रहा है। उप्र और मप्र में भी 8 जून से आंदोलन ने दस्तक दे दी है। इस दौरान उप्र के सहारनपुर, बुलंदशहर, बागपत, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद जिले में धरने दिए गए। शुक्रवार को उप्र के शामली, बागपत के किशनपुर बिराल, गाजियाबाद, आगरा व मेरठ में धरना दिया गया।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभारजागरण समाचार 
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.