Wednesday, June 1, 2016

ग्रीष्मावकाश के बावजूद खुले निजी स्कूल में छत गिरने से 21 बच्चे घायल

जींद जिले के छातर गाँव के एक निजी स्कूल में छत गिरने से कमरे में बैठे 21 विद्यार्थी घायल हो गए। गंभीर रूप से घायल 11 विद्यार्थियों को जींद के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने सभी की हालत खतरे से बाहर बताई है। उपायुक्त विनय सिंह ने अस्पताल पहुंचकर बच्चों का हाल जाना। शिक्षा विभाग
द्वारा ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा के बाद भी मंगलवार को उचाना के छात्तर गांव में शिक्षा भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल खुला था। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। 10वीं कक्षा के 29 विद्यार्थी जिस कमरे में बैठे थे, उसकी छत कच्ची थी। अचानक वह भरभराकर गिर गई और ईंटें सहित अन्य सामग्री के नीचे आने से 21 विद्यार्थी चोटिल हो गए। इसमें 11 विद्यार्थियों को गंभीर चोटें आईं। उन्हें जींद के मीनाक्षी जैन अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जानकारी मिलते ही अभिभावक व ग्रामीण स्कूल की तरफ दौड़ पड़े। घटना के बाद स्कूल प्राचार्य द्वारा सभी कक्षाओं के बच्चों को घर भेज दिया गया। खंड शिक्षा अधिकारी आरके अहलावत ने कमरे सहित अन्य जगहों का जायजा लिया, वहीं उपायुक्त ने जींद के निजी अस्पताल में पहुंचकर बच्चों से मुलाकात की और अधिकारियों के साथ बैठक कर असुरक्षित स्कूल भवनों की सूची तैयार करने को कहा।
कौन है जिम्मेदार: अहम पहलू यह है कि 23 मई से शिक्षा विभाग द्वारा राजकीय, प्राइवेट स्कूलों के अवकाश घोषित किए हुए हैं तो स्कूल में अवकाश होने के बाद भी विद्यार्थियों को क्यों बुलाया गया। गांव के लोगों ने कहा कि अगर कोई बड़ी घटना हो जाती तो कौन जिम्मेदार होता।
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साभारजागरण समाचार 
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