हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं में एक बार फिर बेटियों ने
बाजी मारी है। बोर्ड की ओर से बुधवार दोपहर बाद घोषित सेकेंडरी और सीनियर
सेकेंडरी दोनों ही कक्षाओं के परिणाम में लड़कियां आगे रही हैं। हालांकि
पिछले वर्षों की अपेक्षा कुल पास प्रतिशत में काफी गिरावट आई है। सेकेंडरी
में 41.28 फीसदी नियमित बच्चे ही पास हो सके, जबकि पिछले साल 60.84 प्रतिशत
पास हुए थे। इसी प्रकार बारहवीं में 53.96 प्रतिशत बच्चों ने सफलता पाई
है, जो पिछले वर्ष के मुकाबले 18.95 प्रतिशत कम है। परिणाम बोर्ड की
वेबसाइट पर भी अपलोड कर दिए गए हैं। परीक्षा
परिणाम की घोषणा करते हुए बोर्ड सेक्रेटरी पंकज ने बताया कि सेकेंडरी
परीक्षा में इस बार 3 लाख 14 हजार 835 बच्चे शामिल हुए थे। इनमें एक लाख 70
हजार 422 छात्र और एक लाख 44 हजार 413 छात्राएं थी। बोर्ड ने इस बार महज 35 दिनों में रिजल्ट घोषित
कर आठ वर्ष पुराना रिकार्ड तोड़ दिया है। यह अब तक का सबसे कम समय में
तैयार किया गया रिजल्ट है। इससे पहले वर्ष 2008 में बोर्ड ने 48 दिनों में
रिजल्ट घोषित किया था। इस बार के रिजल्ट की खास बात यह भी है कि कोई
मॉडरेशन नहीं किया गया है। वही परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं, जो पास होने
योग्य थे। बोर्ड सचिव पंकज ने पत्र-प्रतिनिधियों से चर्चा में बताया कि
मूल्याकंन प्रक्रिया में सुधार की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है। सभी
उत्तर पुस्तिकाओं का स्थल मूल्यांकन कराया गया और होम मार्किंग नहीं करवाई
गई।
विश्लेषण: परीक्षा में उत्तीर्ण हुए एक लाख 29 हजार 953 परीक्षार्थियों में 65511
(38.44 प्रतिशत) छात्र व 64442 (44.62 प्रतिशत) छात्राएं हैं। लड़कों की
अपेक्षा लड़कियों का पास प्रतिशत 6.18 अधिक है। स्वयंपाठी परीक्षार्थियों
का परीक्षा परिणाम 34.79 प्रतिशत रहा है। कुल 50539 परीक्षार्थियों में से
17583 पास हुए। इसी प्रकार सीनियर सेकेंडरी में दो लाख 58 हजार 841 बच्चों
ने परीक्षा दी थी। इनमें से एक लाख 39 हजार 659 ने सफलता हासिल की।
परीक्षा में बैठे एक लाख 47 हजार 27 छात्रों में से 67461 (45.88 फीसदी) और
एक लाख 11 हजार 814 छात्राओं में से 72198 (64.57 फीसदी) उत्तीर्ण रहीं।
स्वयंपाठी श्रेणी का परिणाम 37.86 फीसदी रहा है। इस श्रेणी में 29036
परीक्षार्थी थे, जिसमें से 10993 उत्तीर्ण हुए।
महेंद्रगढ़ अव्वल, मेवात सबसे पीछे: सेकेंडरी व सीनियर सेकेंडरी दोनों ही वर्गों में महेन्द्रगढ़ का परिणाम
सबसे बेहतर रहा है, वहीं मेवात जिला सबसे फिसड्डी साबित हुआ है। पिछली बार
12वीं में सबसे ऊपर रहा झज्जर चार पायदान नीचे खिसककर पांचवें स्थान पर
पहुंच गया है। भिवानी चौथे से 17वें, रोहतक 5वें से 16वें, रेवाड़ी 6वें से
14वें, गुड़गांव 9वें से 19वें स्थान पर खिसक गया है। सैकंडरी परीक्षा
परिणाम में तीन पायदान ऊपर चढ़कर महेन्द्रगढ़ ने पहला स्थान पाया। भिवानी
दूसरे से पांचवें, झज्जर तीसरे से दूसरे, सोनीपत पहले से तीसरे, रोहतक
पांचवें से छठवें, गुड़गांव सातवें से 13वें स्थान पर खिसक गया। मेवात जिले
ने पिछले वर्ष 9वें पायदान पर आकर टॉप-10 में जगह बनाई थी, जो इस बार
21वें स्थान पर है।
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साभार: अमर उजाला समाचार
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