Monday, May 11, 2015

नई शिक्षा नीति होगी मूल्य सिखाने वाली और रोजगारपरक

हरियाणा की नई शिक्षा नीति प्राचीन संस्कारों और रोजगार का समावेश होगी। इसके लागू होने के बाद छात्र किताबों में गुम होकर नहीं रह जाएंगे। ये देश की भावी पीढ़ी को सामाजिक मूल्य भी सिखाएगी। नई शिक्षा नीति लाने का मनोहर सरकार का प्रमुख उद्देश्य छात्रों को जुझारू और प्रतिनिधित्व करने योग्य बनाना है। सरकार के
दिशा-निर्देशों के अनुसार उच्च शिक्षा विभाग नई नीति का प्रारूप तैयार कर रहा है। पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन प्रदेश के सभी सरकारी कॉलेजों के प्रिंसिपल और शिक्षा निदेशालय के उच्च अधिकारियों को दिया जा चुका है। नई नीति के प्रस्तावित प्रारूप की प्रतिलिपियां अब प्रिंसिपल, स्कूल हेडमास्टर, शिक्षाविदें व प्रमुख शिक्षकों को भेजी जाएंगी। उच्च शिक्षा विभाग इनसे नीति को लेकर सुझाव और टिप्पणियां लेगा। अच्छे सुझावों को समायोजित करने के बाद नीति को अंतिम रूप दिया जाएगा। उच्च शिक्षा विभाग के उपनिदेशक हेमंत वर्मा ने नई नीति का पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन तैयार किया है। इसका प्रस्तुतीकरण वे सरकारी कॉलेजों के प्रिंसिपल को दे चुके हैं। 
सरकारी शिक्षण संस्थानों को बनाना होगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस: हरियाणा उच्च शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विजयवर्धन का कहना है कि शिक्षक सरकारी स्कूलों की शिक्षा के स्तरहीन होने की धारणा को बदल सकते हैं। उन्हें पूरे समर्पण व प्रतिबद्धता के साथ काम करने की जरूरत है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों और कॉलेजों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बना होगा ताकि छात्र निजी शिक्षण संस्थानों का रुख न करें। सरकार की ओर से तैयार कराई जा रही नई शिक्षा नीति इन सभी बिंदुओं का मिश्रण होगी।
साभार: जागरण समाचार
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE . Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.