Thursday, September 4, 2014

ये हैं दुनिया के सात टीचर, आज भी याद किया जाता है इनका योगदान

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किसी मनुष्य के विकास में जितना योगदान उसके माता-पिता का होता है कमोबेश उस व्यक्ति के भविष्य को बनाने में उतना ही बड़ा योगदान उसके टीचर का भी होता है। एक टीचर की महत्ता दुनिया की सारी सभ्यताओं और संस्कृतियों में एक जैसी है। भारत में कल शिक्षक दिवस मनाया जा रहा है, इस मौके पर हम आपको दुनिया के ऐसे ही कुछ टीचर्स के नाम और उनके योगदान के बारे में जानकारी दे रहे हैं। एशिया हो या यूरोप। करीब-करीब हर जगह टीचर की अहमियत खास है। दुनियाभर के ये टीचर उल्लेखनीय हैं। ऐसे टीचर्स जिनका योगदान आज भी याद किया जाता है:
  1. कन्फ्यूशियस: कन्फ्यूशियस (ईसा पूर्व 551-479) का जन्म ईसा मसीह के जन्म से करीब 478 वर्ष पहले चीन के शानदोंग प्रांत में हुआ था। इन्हें भगवान महावीर और गौतम बुद्ध का समकालीन माना जाता है। कई विषयों में पंडित कन्फ्यूशियस को 17 वर्ष की उम्र में एक सरकारी नौकरी मिली थी। लेकिन कुछ ही वर्षों से इनका मन नौकरी से उचट गया और इन्होंने खुद को अध्यापन कार्य में लगा दिया। घर में ही एक विद्यालय खोलकर विद्यार्थियों को शिक्षा देना शुरू कर दिया। कन्फ्यूशियस मौखिक रूप से विद्यार्थियों को इतिहास, काव्य, दर्शनशास्त्र और नीतिशास्त्र की शिक्षा देते थे। कन्फ्यूशियस ने काव्य, इतिहास, संगीत और नीतिशास्त्र पर कई पुस्तकों की रचना भी की। कन्फ्यूशियस ने एक नए धर्म की नींव भी रखी थी। चीन में आज भी कन्फ्यूशियस का दर्शन वहां के समाज और शिक्षा का बड़ा आधार है।  
  2. सुकरात (ईसा पूर्व 399- 469): सुकरात को पश्चिम का एक महान टीचर और विचारक माना जाता है। सुकरात का जन्म 469 ईसा पूर्व एथेंस में हुआ था। शुरुआती जीवन में सुकरात ने अपने पिता के व्यवसाय में हाथ बंटाया लेकिन बाद में उन्होंने कुछ दिनों के लिए सेना की नौकरी भी की। बता दें कि एक सैनिक के तौर पर सुकरात ने पैटीडिया के युद्ध में हिस्सा लिया था। बहरहाल सुकरात को दुनिया उनके इन कामों के लिए नहीं बल्कि दार्शनिक विचारों और ज्ञान-विज्ञान के प्रसार के लिए याद करती है। गौरतलब है कि तत्कालीन एथेंस के समाज में सुकरात वैज्ञानिक विचारधारा का सूत्रपात किया करते थे। अपने शिष्यों के साथ ही एथेंस के अन्य लोगों को ज्ञान और विज्ञान की बातें समझाया करते थे। इस सिलसिले में कई बार वे अपने तर्कों द्वारा स्थापित मान्यताओं को खारिज कर देते थे। तब एथेंस में अधिकांश, सुकरात की विचारधारा को समझ ही नहीं पाए और उनकी जान के दुश्मन बन गए। उनके उपदेशों से आजिज उनके दुश्मनों ने सुकरात को ख़त्म करने की ठानी और सुकरात पर मुकदमा थोप दिया। उनके ऊपर देवताओं की उपेक्षा और एथेंस के युवाओं को भ्रष्ट करने का आरोप लगा। आखिरकार दुनिया के इस महान शिक्षक को जहर का प्याला देकर मार दिया गया। बावजूद आज भी सुकरात के विचार प्रासंगिक बने हैं। उल्लेखनीय है कि सुकरात के बाद उनके एक शिष्य प्लेटो ने पश्चिमी विचारधारा को हिलाकर रख दिया था।   
  3. रोजर बैकन (1214-1292): रोजर बैकन का जन्म इंग्लैंड में हुआ था। रोजर कई विषयों के विशेषज्ञ थे जिनमें ऑप्टिक, मैथ, रसायन प्रमुखता से शुमार किए जा सकते हैं। रोजर की गणना दुनिया के महान टीचर्स में होती है। इन्होंने अपने समय में दर्शन और विज्ञान का विस्तार से अध्ययन करने के साथ ही इसमें कई प्रयोग भी किए। इस दिलचस्प टीचर को अपने तार्किक ज्ञान और विज्ञान परक लेखन के कारण रोजर को शासकीय यातना भी झेलनी पड़ी। बता दें कि ओकल्टीज़्म के आरोप में रोजर को 15 साल कारावास भुगतना पड़ा।  
  4. नाथन हेल (1755-1766): नाथन हेल को एक शिक्षक के साथ ही एक अमेरिकी योद्धा के रूप में भी याद किया जाता है। गौरतलब है कि नाथन ने अमेरिका के रिवोल्यूशनरी वार में हिस्सा लिया था। वे ब्रिटिश सेना द्वारा पकड़े गए और मात्र 21 साल की उम्र में फांसी चढ़ा दिए गए। बहरहाल नाथन के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य यह है अपनी उम्र के 18 वें वर्ष में ही वे एक अध्यापक भी बन गए थे। उन्हें अमेरिका में महिलाओं के शिक्षा की वकालत करने वाले प्रमुख व्यक्ति के रूप में याद किया जाता है। तत्कालीन अमेरिका में महिला शिक्षा की हालत बहुत खराब थी। ऐसे दौर में नाथन सुबह-सुबह महिलाओं और लड़कियों को पढ़ाते थे जबकि इसी दिन दोपहर के समय में लड़कों को पढ़ाने का काम किया करते थे।  
  5. एन्नी सुलिवान (1866-1936): एन्नी सुलिवान का जन्म मैसाचुसेट्स में 14 अप्रैल 1866 को हुआ था। जन्म के चौथे साल में ही एक बीमारी की वजह से उन्हें ब्लाइंडनेस की दिक्कत का सामना भी करना पड़ा। एन्नी को जन्मजात टीचर माना जाता है। दुनिया एन्नी को गूंगी और पूरी तरह से बहरी लड़की हेलन केलर के साथ किए गए उनके काम के लिए याद करती है। बता दें कि एन्नी ऐसी पहली शख्स थी जिन्होंने हेलन के रूप में किसी गूंगे-बहरे छात्र को पढ़ाने में सफलता हासिल की।   
  6. एलन ब्लूम (1930-1992): एलन ब्लूम ने कई स्कूलों में अध्यापन का काम किया था, जिसमें एल यूनिवर्सिटी, कॉर्नल यूनिवर्सिटी, और यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो प्रमुखता से शामिल है। एलन ब्लूम ने शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण कई इतिहास प्रसिद्ध चर्चित किताबें भी लिखी।   
  7. जैमी इस्केलेंटी (1930-2010): जैमी इस्केलेंटी (Jaime Escalante) का जन्म बोलिविया में हुआ था। जैमी को कैलिफोर्निया के गारफील्ड हाईस्कूल में मैथमेटिक की शिक्षा के लिए जाना जाता है। आधुनिक दौर में जेमी ने गणित की सरलता के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए। इस वजह से उन्हें पुरस्कृत भी किया गया।
साभार: भास्कर समाचार
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