Friday, September 12, 2014

कब्ज़: एक साधारण रोग जो देता है अनेक रोगों को बुलावा

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सुबह-सुबह अच्छे से पेट साफ होने से आप दिनभर फ्रेश महसूस करते हैं। फिर भी, खान-पान में अनियमितता, भागदौड़ भरा जीवन हर सुबह परेशानी खड़ी कर देता है। कब्ज से सिर्फ बूढ़े ही नहीं, बल्कि जवान भी परेशान रहते हैं। मगर थोड़ी सी सावधानी से इस पर काबू पाया जा सकता है। कब्ज एक आम समस्या है, जो कभी-कभी खाने की गलत आदतों के कारण होती है। कब्ज के कारण आप ऑफिस की ज़रूरी मीटिंग भी मिस कर सकते हैं। इसलिए आज हम आपको इसके होने के कारण और इसे दूर करने के लिए ऐसे घरेलू उपाय बता रहे हैं, जिनसे पुराना कब्ज भी चुटकियों में गायब हो जाएगा। इसके लिए सामग्री किचन में आसानी से उपलब्ध हो जाएगी। सबसे पहले जानते हैं क्या हैं इसके
कारण:
  1. भोजन में फायबर (Fibers) का अभाव।
  2. शरीर में पानी की कमी होना।
  3. कम चलना या काम करना, किसी तरह की शारीरिक मेहनत न करना।
  4. कुछ खास दवाओं का सेवन करना
  5. बड़ी आंत में घाव या चोट के कारण (यानी बड़ी आंत में कैंसर)
  6. थायरॉयड हार्मोन का कम बनना
  7. कैल्शियम और पोटैशियम की कमी
  8. मधुमेह के रोगियों में पाचन संबंधी समस्या
  9. चाय, कॉफी बहुत ज्यादा पीना। धूम्रपान करना व शराब पीना।
  10. सही समय पर भोजन न करना। 
आइए अब जानते हैं कब्ज़ की समस्या से बचने के उपाय: 
  • अलसी के बीज: इनमें भी फाइबर की मात्रा अधिक होती है। इसलिए यह कब्ज जैसी बीमारी से राहत देता है। अच्छे रिज़ल्ट के लिए अलसी के बीज को आप सुबह कॉर्नफ्लेक्स के साथ मिलाकर खा सकते हैं या फिर मुट्ठी भर अलसी के बीज को गर्म पानी के साथ सुबह खा सकते हैं। फाइबर आपकी डाइट में ज़रूर होना चाहिए। इससे आप कब्ज जैसी परेशानी से दूर रहेंगे। अलसी के बीज कब्ज के साथ-साथ डायबिटीज़, हृदय रोग, मोटापे और कैंसर के खतरे को कम करता है। 
  • त्रिफला पाउडर: त्रिफला पाउडर आवंला, हरीताकी और विभीताकी औषधियों के चूर्ण से बनता है। इससे पाचन क्रिया संतुलित रहती है और कब्ज जैसी दिक्कतों से राहत मिलती है। आप एक छोटे चम्मच त्रिफला पाउडर को गुनगुने पानी के साथ खा सकते हैं या शहद के साथ पाउडर मिक्स करके खा सकते हैं। इस मिक्सचर को रात में सोने से पहले या सुबह खाली पेट खाने से कब्ज में तुरंत राहत मिलती है। यह पूरी तरह से औषधियों से बना है, इसलिए यह एंटी-बायोटिक दवाइयों से कहीं बेहतर है। 
  • किशमिश: किशमिश फाइबर से भरपूर होती है और नेचुरल जुलाब की तरह काम करती है। मुट्ठी भर किशमिश को रात भर पानी में भिगोकर रख दें और सुबह इसे खाली पेट खाएं। गर्भवती महिलाओं को होने वाली कब्ज के लिए यह बिना किसी साइड इफेक्ट की दवा है। किशमिश एनर्जी बूस्टर की तरह होती है, इसलिए यह किसी भी प्रकार के एनर्जी ड्रिंक्स से बेहतर होती है।  
  • अमरूद: अमरूद के गूदे और बीज में फाइबर की उचित मात्रा होती है। इसके सेवन से खाना जल्दी पच जाता है और एसिडिटी से राहत मिलती है। साथ ही, पेट भी साफ हो जाता है। अमरूद पेट के साथ-साथ शरीर के इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता है, जिससे रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। 
  • नींबू का रस: अक्सर वैद्य कब्ज से तुरंत राहत दिलाने के लिए नींबू के रस लेने को कहते हैं। एक गिलास गुनगुने पानी में नींबू और नमक मिलाकर सुबह खाली पेट पिएं। इससे आंतों में से शरीर का बेकार तत्व साफ होता है। इसके लिए एक गिलास गर्म पानी में एक छोटा चम्मच नींबू का रस मिलाएं और फिर चुटकी भर नमक मिलाकर इस जूस को सुबह फ्रेश होने से पहले पिएं। इससे शरीर का टॉक्सिन भी बाहर हो जाते है। 
  • अंजीर: अंजीर पका हो या सूखा, जुलाब की तरह काम करता है, क्योंकि इसमें फाइबर की मात्रा काफी ज्यादा होती है। कब्ज से राहत पाने के लिए एक गिलास दूध में अंजीर के कुछ टुकड़ों को उबालें और इसे रात को सोने से पहले पिएं। ध्यान रहे, गर्म दूध ही पिएं। साबुत अंजीर का सेवन मेडिकल शॉप में मिलने वाले कब्ज खत्म करने वाले सीरप से ज्यादा असरदार होता है। 
  • अरंडी का तेल: अरंडी के तेल को सदियों से कब्ज से राहत पाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। कब्ज खत्म करने के साथ यह पेट के कीड़े भी नष्ट करता है। खाली अरंडी के तेल को पीने से बेहतर रहेगा कि आप इसे रात को सोने से पहले दूध में मिलाकर पिएं। एक चम्मच से ज़्यादा न डालें। इससे अगले दिन पेट साफ रहेगा।  
  • पालक: पालक में पेट साफ करने, हानिकारक टॉक्सिन को आंतों से बाहर करने जैसे गुण होते हैं। इसलिए लगभग 100 मि.ली. पालक का जूस बराबर मात्रा में पानी के साथ मिलाकर दिन में दो बार पिएं। यह घरेलू उपाय पुराने कब्ज को भी दूर कर देता है।  
  • संतरा: संतरा सिर्फ विटामिन सी का ही मुख्य स्रोत नहीं है, बल्कि इसमें फाइबर की भरपूर मात्रा होती है। रोज सुबह-शाम एक-एक संतरा खाने से कब्ज जैसी बीमारी में राहत मिलती है।  
  • बीजों का मिक्सचर: दो से तीन सूरजमुखी के बीजों को कुछ अलसी के बीज, तिल या सीसेम बीज और कसे हुए बादाम के साथ मिलाकर पाउडर बना लें। अब एक हफ्ते तक रोज एक बड़ा चम्मच इस मिक्सचर को खाएं। यह मिश्रण सिर्फ कब्ज की बीमारी को ही दूर नहीं करता, बल्कि आंतों की दीवार को पुनर्निमित करता है।
कब्ज की बीमारी दूर करने के लिए डाइट टिप्स: कब्ज की बीमारी हमेशा के लिए दूर करने के लिए आपको अपनी डाइट में कुछ बदलाव करना होगा और कुछ नई चीजें शामिल करनी होंगी:
  • मैदा, व्हाइट शुगर और दूसरे प्रोसेस्ड फूड को अपनी डाइट से दूर करें।
  • रात को हल्का भोजन ही करें और नियमित खाएं। भोजन और सोने के बीच करीब 3 से 4 घंटे का गैप रखें। नियमित रूप से भोजन करने से कब्ज तो दूर रहता ही है, साथ ही शरीर का मेटाबॉलिज्म भी बढ़ता है। 
  • अपनी डाइट में सब्जियों और फलों को शामिल करें।
  • मसालों में जीरा, हल्दी और अजवाइन को अपने खाने में शामिल करें। इनका इस्तेमाल छौंक लगाने में या चटनी बनाने में किया जा सकता है। इससे शरीर की पाचन क्रिया सुधरती है।
  • रोज कम से कम आठ गिलास पानी ज़रूर पिएं। ध्यान रखें, रात को सोने से पहले और सुबह उठते ही एक गिलास गर्म पानी ज़रूर पिएं।
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साभार: भास्कर समाचार
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